YOGESH KUMAR SAHU
Classics
यकीनन मुश्किल है बहुत,
समझा पाना इस दिल को।
मोहब्बत के समंदर में भला
किनारा कौन ढूंढ़ पाया है।
कई मिलते है कहने वाले,
समझते है तुम्हारे दुःख को।
पर समझता वही है जिसने,
खुद चोट खाया है।।
यकीनन मुश्किल है बहुत।
गुरू.....The ...
मां भारती....
अद्भुत क्षण.....
मुश्किल है......
हैं कितने दर्...
यही अंतिम सजा...
हम न बदल पाए....
हिंदी हमारी प...
अपने शहर में ...
वीरान सी हो ग...
शहीदों ने किया अपना जीवन बलिदान। शहीदों ने किया अपना जीवन बलिदान।
तुम्हें खोना नहीं भगवन तमन्ना बस यही अपनी। तुम्हें खोना नहीं भगवन तमन्ना बस यही अपनी।
सखी ! एक कविता तो सुनाओ आओ बसंत के गुण गाओ। सखी ! एक कविता तो सुनाओ आओ बसंत के गुण गाओ।
परमात्मा पर एक बार श्रद्धा बना कर तो देखो। अपनी उलझनों को उन्हें सुना कर तो देखो। परमात्मा पर एक बार श्रद्धा बना कर तो देखो। अपनी उलझनों को उन्हें सुना कर तो ...
साथ ही मैं करता हूँ मैं अपनी माँ को प्रणाम। प्रणाम, माँ, प्रणाम ! साथ ही मैं करता हूँ मैं अपनी माँ को प्रणाम। प्रणाम, माँ, प्रणाम !
नाचता मन मयूर बन,उत्सव नव उल्लास। आस्था 'नीलम' कृष्ण है, गिरिधर ही विश्वास।। नाचता मन मयूर बन,उत्सव नव उल्लास। आस्था 'नीलम' कृष्ण है, गिरिधर ही विश्वास।।
ग़ज़ल की है वो काफ़िया भी मेरी सजी उससे ही शायरी है फ़क़त। ग़ज़ल की है वो काफ़िया भी मेरी सजी उससे ही शायरी है फ़क़त।
हिस्सा था मैं सब जाग रहे थे मैं सो रहा था अपने घर पर। हिस्सा था मैं सब जाग रहे थे मैं सो रहा था अपने घर पर।
ढलते वक़्त के साथ, बहुत कुछ बदल गया, कुछ अपने छोड़ गए, कुछ नये भी जुड़ गए। ढलते वक़्त के साथ, बहुत कुछ बदल गया, कुछ अपने छोड़ गए, कुछ नये भी जुड़ गए।
जहां आदमी का मान नहीं, वहां क्या रहना और क्या बनाना मैं अकेला भला। जहां आदमी का मान नहीं, वहां क्या रहना और क्या बनाना मैं अकेला भला।
और जिसने लगाए भी वो काग़ज़ी थे। और जिसने लगाए भी वो काग़ज़ी थे।
नाचैं हरि दै ताल श्याम संग होली में ब्रज में मच्यो है धमाल श्याम संग होली में। नाचैं हरि दै ताल श्याम संग होली में ब्रज में मच्यो है धमाल श्याम संग होली म...
वो दिन दूर नहीं, जिस दिन ये मंजिल तेरे हाथ में होगी ! वो दिन दूर नहीं, जिस दिन ये मंजिल तेरे हाथ में होगी !
हमनवा हमराज मेरी हो तुम्ही दिलशाद हमदम। हमनवा हमराज मेरी हो तुम्ही दिलशाद हमदम।
अपनी जरूरत के हिसाब से, लोगों ने रिश्ते बदल लिए।। अपनी जरूरत के हिसाब से, लोगों ने रिश्ते बदल लिए।।
जिसमें बच्चों पर बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद रहता है ! जिसमें बच्चों पर बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद रहता है !
मैं साथ अपने ले चलती हूं, पर फैसला करने का हक मैं अपने पास ही रखती हूं। मैं साथ अपने ले चलती हूं, पर फैसला करने का हक मैं अपने पास ही रखती हूं।
जीवन में अहम भूमिका निभाती शिक्षा। जीवन में अहम भूमिका निभाती शिक्षा।
ना ही तुम्हें बता रही हूं, मैं तुम्हें जता रही हूं। ना ही तुम्हें बता रही हूं, मैं तुम्हें जता रही हूं।
पता नहीं दिल को मेरे लगती तुम सास हो। पता नहीं दिल को मेरे लगती तुम सास हो।