मुझे तलाश है
मुझे तलाश है
इन्सान तो मुझे बहुत मिलते है,
मुझे इन्सानियत बहानेवालों की तलाश है।
रिश्तेदार तो मुझे बहुत मिलते है,
मुझे स्नेह सरिता बरसानेवालों की तलाश है।
इमानदार तो मुझे बहुत मिलते है,
मुझे इमानदारी निभानेवालों की तलाश है।
सुख में दोस्त तो बहुत मिलते है,
मुझे दुःख में साथ रहनेवालों की तलाश है।
धोखेबाज तो मुझे बहुत मिलते है,
मुझे उसे सुधारने के मौके की तलाश है।
प्रेम करनेवाले तो मुझे बहुत मिलते है,
"मुरली" को राधा जैसी प्रेमिका की तलाश है।
रचना:-धनज़ीभाई गढीया"मुरली" (ज़ुनागढ)
