STORYMIRROR

"पागल फ़क़ीरा" 🌹

Romance

2  

"पागल फ़क़ीरा" 🌹

Romance

मोहब्बत का एहसास

मोहब्बत का एहसास

1 min
225

तेरे ही हुस्न के दीदार से निखर गया कोई,

ख़ुशबू बन महफ़िल में बिखर गया कोई।

आज हवा में लहराता रहा आँचल तेरा,

लहराता आँचल सर से गुज़र गया कोई।


मौसम-ए-इश्क़ में वादा तो सब करते है,

अपनी ही बात से आज मुकर गया कोई।

अपने परायों की उलझन में फँसा था मैं तो,

जहां में अपना ही पराया कर गया कोई।

"पागल" इश्क़ तो ज़िन्दगी ही बदल देता है,

बेवफ़ा के इश्क़ में जीते जी मर गया कोई।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance