STORYMIRROR

मोहब्बत का दर्द

मोहब्बत का दर्द

1 min
396


किसी के दर्द को हम 

कैसे अपना बनाये।

मोहब्बत के गीतों से

उसे कैसे बहलाये।


जिससे उसका दुख दर्द 

दूर हो जाये।

और वो भी साथ मेरे 

मोहब्बत के गीत गाये।


तेरी सांसो का हर 

एहसास है

मुझको मुतारमा।

तुझे अपने दिल में 

बैठके जो रखा है।


तेरी दिल लगी पर 

एतबार है मुझको पूरा।

फिर न जाने कौनसा गम

छुपाकर दिल मे बैठे हो।


जब में तेरे साथ हूँ तो 

>

फिर क्यो तुम उदास होते हो।

हंसते हुए चेहरे पर उदासी 

अच्छी नहीं देखती।


माना कि तेरी जिंदगी 

ग़मों में बीती है।

पर अब तो खुशियों का 

तेरा दौर आ गया।


क्योंकि तेरे पर रहमत 

उसकी बरस रही है।

तो अब क्यो तेरे पर हो

अंधेरों का कोई साया।


इसलिए संजय खड़ा है

हर दम साथ तेरे।

तो आ जाओ मेरे बाहों में 

मेरी दिलरुबा बनकर।


निभाउंगा साथ तेरा 

बनकर में हमसफर।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance