Nishtha jain
Action Classics Inspirational
वो मजदूर नहीं
वो भी इंसान हैं।
झुग्गी झोपड़ी ही बस
बनाई ही हमने
उसकी पहचान है।
दो वक्त की रोटी
ही बस उसका अरमान है।
वो मजदूर नहीं,
करना हमें उसका सम्मान है,
क्योंकि वह आम नहीं,
मजदूर
मां, तू है मह...
मां के रूप
सजदा है !
"दिल को सब पत...
प्यार और दूरी
दिल में बसे
यह देश है मेर...
शिक्षक कौन है...
नर - नारी
इस जीवन में विद्या बुद्धि और धन सब कुछ तो तुम पाओगे। इस जीवन में विद्या बुद्धि और धन सब कुछ तो तुम पाओगे।
संस्कारों की फुलवारी में, फूल खिले मन भाते हैं संस्कारों की फुलवारी में, फूल खिले मन भाते हैं
किस हाल में होगा मेरा वो दीवाना शरीर यहां मन भटकता जाने कहां किस हाल में होगा मेरा वो दीवाना शरीर यहां मन भटकता जाने कहां
प्राचीन वक़्त, से हो रहा सदा, दिखावे के लिए, देवी मानते हैं। प्राचीन वक़्त, से हो रहा सदा, दिखावे के लिए, देवी मानते हैं।
प्राणी मात्र की सेवा का लक्ष्य लेकर तन मन धन की सुध बुध भी भूल रहे। प्राणी मात्र की सेवा का लक्ष्य लेकर तन मन धन की सुध बुध भी भूल रहे।
देखो शिवमय!२ हुआ संसार। मन शिवालय हुआ मेरे यार। देखो शिवमय!२ हुआ संसार। मन शिवालय हुआ मेरे यार।
उपजा प्रेम जो कण कण में, हर प्रश्न का फिर हल मिल जाना।। उपजा प्रेम जो कण कण में, हर प्रश्न का फिर हल मिल जाना।।
शक्ति के बिना शिव शिव नहीं। शक्ति के बिना शिव शिव नहीं।
बहुत से शब्द है ब्रह्मांड में, चलो कुछ चुन लाते हैं। बहुत से शब्द है ब्रह्मांड में, चलो कुछ चुन लाते हैं।
करवटें बदले मेरी रातें.... खुद से करूं मैं तेरी ही बातें.... करवटें बदले मेरी रातें.... खुद से करूं मैं तेरी ही बातें....
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई इन सब का देखो प्यार यहां। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई इन सब का देखो प्यार यहां।
अपनी सोच और विचारों का सम्यक आदान-प्रदान करें ...! अपनी सोच और विचारों का सम्यक आदान-प्रदान करें ...!
करता यहां का बच्चा - बच्चा दिल से पुलवामा की शहादत का मान - सम्मान। करता यहां का बच्चा - बच्चा दिल से पुलवामा की शहादत का मान - सम्मान।
हमराज अपना बनाया था तुम्हें, सभी राज़ बताये हमने भी तुम्हें। हमराज अपना बनाया था तुम्हें, सभी राज़ बताये हमने भी तुम्हें।
जो हर पल उन्हें एक-दूसरे की कमी का एहसास कराते हुए, जो हर पल उन्हें एक-दूसरे की कमी का एहसास कराते हुए,
प्रीमेच्योर डिलीवरी होने के कारण मृत्यु हुई थी। प्रीमेच्योर डिलीवरी होने के कारण मृत्यु हुई थी।
मैं पूजूँ अपने ही पति को तुम क्यों नहीं पूजन करती हो मैं पूजूँ अपने ही पति को तुम क्यों नहीं पूजन करती हो
रुक - रूक कर इंतज़ार से जो मिला उसमें बसा होता है रस जीवन प्रवाह का रुक - रूक कर इंतज़ार से जो मिला उसमें बसा होता है रस जीवन प्रवाह का
नंगे लड़के ने भी पूछ ही लिया, तू नदी किसकी है ? नंगे लड़के ने भी पूछ ही लिया, तू नदी किसकी है ?
तैयार हो गई प्यार पाने को, अपने हमसफ़र से तलाक़। तैयार हो गई प्यार पाने को, अपने हमसफ़र से तलाक़।