मां, तू है महान
मां, तू है महान
उसे मां कहूं या भगवान,
कर्जदार हूँ हर सुबह हर शाम,
सहकर इतने कष्ट व अपमान,
दिया मुझे जन्म, वो है महान।।
अपनी खुशी कर कुर्बान,
मेरी खुशी, उसका अरमान।
पाल पोस कर, बनाया मुझे इंसान,
आज मां तुझे शत् शत् प्रणाम।
कमी है मुझमें,
ना बन पाई,
तेरी बेटी महान।
दुख दिया, चिंता दीं,
क्यों न मैं तेरे सपने पूरे कर सकी।
कमी है मुझमें,
ना बन पाई,
तेरी बेटी महान।
मां करती हूं प्यार तुझसे,
फिर पता नहीं,
मेरी हरकतों ने तूझे
मेरी नफ़रत क्यों दिखाई।
मां मैं बयां नहीं करती,
प्यार मैं तुझसे हमेशा ही करती।