Dheeraj kumar shukla darsh
Inspirational
इनकी शहादत को कैसे लिखें
इनकी वजह से हम हैं
ये न लड़ते वतन के लिए
तो हम नहीं होते
अपनी आजादी तले
इनकी शहादतों को
शब्दों में कैसे बांधेंगे
शब्दों से परे है शख्सियत
बस इतना ही हम कहेंगे
आजाद तुम्हारे हम
सदा ही ऋणी रहेंगे।
एक भाव के घाव
हरी घास पर ओस...
शीर्षक- शहीद ...
आज का कश्मीर
जन्नत
तवांग हमला
दूरी
भूल गए हम
हमें देखकर
देशप्रेम
क्या कहें पिता के बारे में। क्या कहें पिता के बारे में।
कभी जिंदगी की तकलीफें कभी परिवार की परेशानी इंसान को बड़ा रुलाती है। कभी जिंदगी की तकलीफें कभी परिवार की परेशानी इंसान को बड़ा रुलाती है।
करते हैं आप गुरुवर , मेरा काम हो रहा है । करते हैं आप गुरुवर , मेरा काम हो रहा है ।
वो जो पीछे था किरणों का प्रकाश सा आया और उसकी गर्मी संग चला गया वो जो पीछे था किरणों का प्रकाश सा आया और उसकी गर्मी संग चला गया
बूंद बूंद समेट कर लिख अपना कल, दिल लगा के काम कर जरूर निकलेगा हल । बूंद बूंद समेट कर लिख अपना कल, दिल लगा के काम कर जरूर निकलेगा हल ।
ज़िंदगी के सफर में हर पड़ाव पर दुखो के बादल अक्सर घुमड़ते हैं ज़िंदगी के सफर में हर पड़ाव पर दुखो के बादल अक्सर घुमड़ते हैं
गुरु की वाणी वेद है, गुरु ज्ञान आधार है। गुरु की वाणी वेद है, गुरु ज्ञान आधार है।
नन्हे दिल से वृद्ध की लाठी पढ़नी है स्वच्छता की पाठी नन्हे दिल से वृद्ध की लाठी पढ़नी है स्वच्छता की पाठी
बहुत हो चूका उलझनों संग उलझना, अब इन्हें सुलझ जाने दो बहुत हो चूका उलझनों संग उलझना, अब इन्हें सुलझ जाने दो
मंजिल बहुत दूर है लेकिन थोड़ा तू चल कर देख मंजिल बहुत दूर है लेकिन थोड़ा तू चल कर देख
सबको हक अधिकार हो ,मिले मान सम्मान। सबको हक अधिकार हो ,मिले मान सम्मान।
जिसकी मिट्टी में सोना उगलती है जिसकी मिट्टी में सोना उगलती है
सफलता के हुनर उन्हें आते हैं दुनियादारी को जो जान जाते हैं। सफलता के हुनर उन्हें आते हैं दुनियादारी को जो जान जाते हैं।
चूल्हे-चौके तक ही नहीं सीमित होती हैं बेटियाँ। चूल्हे-चौके तक ही नहीं सीमित होती हैं बेटियाँ।
बस फासला ही तो है कुछ “दूरी“ का इक कदम भी आगे तुम मत बढ़ाना, बस फासला ही तो है कुछ “दूरी“ का इक कदम भी आगे तुम मत बढ़ाना,
कृष्ण ने भी वक्त और धैर्य का दामन पकड़ने को कहा, पांडवों दिये ज्ञान में, कृष्ण ने भी वक्त और धैर्य का दामन पकड़ने को कहा, पांडवों दिये ज्ञान में,
मन पर कोई बोझ ना हो चैन से चादर तान के सोना है मन पर कोई बोझ ना हो चैन से चादर तान के सोना है
काफी दूर चलना है तुझे , मुश्किलों से लड़ गुज़रना है तुझे। काफी दूर चलना है तुझे , मुश्किलों से लड़ गुज़रना है तुझे।
कर्ता करे न हो सके , गुरु करें वही होय। कर्ता करे न हो सके , गुरु करें वही होय।
खींचती झूले की डोरियाँ माँ, तू तो एक जादू है। खींचती झूले की डोरियाँ माँ, तू तो एक जादू है।