विज्ञान
विज्ञान
विज्ञान ने भी हमें अजीब रंग दिखाया,
भूमि जल और आसमान का रास्ता आसान बनाया।
विज्ञान ने किया हर कार्य आसान,
वर्षों का कार्य हो जाता दो
दिनों में तमाम।
अब तो किसान भी रहता आसानी से मुस्काये,
आराम से उगाता हर फसल
और लाभ भी तिगुना पाए।
हिसाब, किताब की बात छोड़ो,
वो वो भी हो गया आसान,
आराम से बैठे रहते बाबू कम्प्यूटर पर करके काम।
क्या क्या बतलाऊँ मैं हर कार्य में दिखता है विज्ञान।
इसी की देन से खुश है आजकल की नारी,
संभाल लेती है हर कार्य आसानी से, शौपिंग भी हो जाती,
नहीं रहती मुश्किल किसी को
खुश रहता सारा परिवार,
धन्य है विज्ञान हमारा धन्य ये
संसार।
