STORYMIRROR

Sanjay kumar Yadav

Inspirational

3  

Sanjay kumar Yadav

Inspirational

हाँ मैं जोकर हुँ

हाँ मैं जोकर हुँ

1 min
372


सबको हँसाने के लिये खुद का गम छिपता हूँ मैं

सारे गम को भुला कर  सबको रिझाता हूँ मैं

हाँ मैं जोकर हूँ ..


जिंदगी बेरंग हैं फिर भी रंग बिरंगे कपड़े पहनता हूँ मैं

सच के आंसू आँखों में लेकर झूठा आंसू दिखता हूँ मैं


हाँ मैं जोकर हूँ ...


फटे जूते सिले चप्पल फिर भी पहन कर आया हूँ मैं

एक वक़्त की रोटी नहीं खाने को फिर भी खेल दिखाने आया हूँ मैं


हाँ मैं जोकर हूँ ...


चेहरे पर सातों रंगों को रंग कर

गम को किसी कोने में रख कर

हर लोगों के चेहरे पर खुशियाँ देने आया हूँ मैं


हाँ मैं जोकर हूँ ....



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational