नौकरी करने वाला
नौकरी करने वाला
कभी अपनी परेशानी घर वालों को नहीं बताता
जो बचपन मे हर चीज के लिये लड़ाई करता था वो अब नहीं जताता
चाहे कितना भी बुरा से बुरा वक़्त आ जाये
घर वालों को कभी ज़ाहिर नहीं होने देता
सिमट के रह जाती है ज़िन्दगी उसकी
कभी आपने लिये नहीं जीता
कभी बच्चों की ख्वाहिशें तो कभी बीबी के लिये
कभी भाई बहन के लिये तो कभी माँ बाप के लिये इन सबकी ख्वाहिश पूरी कर देता है
लेकिन एक नौकरी करने वाला व्यक्ति अपने ख्वाहिशें कभी पूरी नहीं कर पता है ..
सब कुछ छिपाये अपने दिल में राज हमेशा खुश रहने का नाटक करता है
फिर चाहे कितनी भी धूप हो या हो बरसात
ये नौकरी करने वाला हर रोज घर से निकलता है....
