मिटा दो अंधेरा
मिटा दो अंधेरा
आज कोरोना का दौर है आया
सब पर विकट संकट है कितना छाया
हे ईश्वर इस संकट से हम सभी को उबारो
अब इन परिस्थितियों को तुम फिर से सुधारो
अंधकार को दूर कर रोशनी दे
अनगिनत दीपक जलाकर उजाला दे
जगमग हो जाएं घर, महल, और ये गांव सारे
अब न कभी फिर से ना कहीं ऐसा अंधकार हो घनेरा
इस तरह की हमें तू रोशनी दे
वो चहल-पहल पहले सी तुम कर दो
उमंगों से भरा हंसता हुआ वो आंगन दो
हे ईश्वर इस संकट से हम सभी को उबारो
अब इन परिस्थितियों को तुम फिर से सुधारो
साथ देना है सबका आओ मिलकर चले हम सब
रहेंगे हम साथ तभी अंधेरा ये मिटेगा
आओ मिलकर एक प्यार का दीप जलाएं
हर घरों में और मन में सबके एक नई रोशनी दे
माना सांसों की डोरी है टूटी आस्था बंधन ना तोड़ो
जोड़ ले यह सारे हम बंधनदीप जलाकर एक नई जिंदगी दे
हे करुणा के सागर सुन ले पुकार हमारी
आओ दीप प्यार का जला दो कृपा होगी तुम्हारी
हे ईश्वर इस संकट से हम सभी को उबारो
अब इन परिस्थितियों को तुम फिर से सुधारो !