मिली श्रेष्ठ किताब
मिली श्रेष्ठ किताब
अलमारी साफ करते वक्त
कुछ चीजें पा जाती हैं अक्सर
होती हैं बहुमूल्य वो वस्तुएं
पुरानी यादें लौटाने का देतीं अवसर
इस बार मिली एक किताब
मामा जी ने दिया जिसको
वेदों का सार था जिसका नाम
वहीं बैठ तब पढ़ा इसको
लगा कि खुल गए सारे चक्षु
अहम ब्रह्मस्मी क्यों गया कहा
हममें उस रचियता का हिस्सा है
सर्वश्रेष्ठ रचना के रूप में हमें रचा
सृष्टि निर्माण कैसे हुआ सब
बिलकुल स्पष्ट था समझाया
विज्ञान की किताबें हैं वेद तो
मुझे अच्छी तरह समझ आया
थी ना वो सबसे बहुमूल्य वस्तु
जीवन में मेरी अब दिशा बदल गई
अहंकार और कामना हुए कम
अधिक क्रोध की समस्या हल हुई
वेद, उपनिषद कुछ तो पढ़िए
आपसे भी मेरा है अनुरोध
कामनाएं काम होंगी आपकी
और कम होगा फिर क्रोध।