महिला किसान
महिला किसान
ये जो शुरुआत हुई है,
वो सिर्फ किसी मकसद भर के लिए ना हो,
किसान शब्द जरूर पुल्लिंग है,
पर महिलाएं भी किसानी करती हैं,
इसका आभास हमेशा सबको हो!!
किसान जब जाता है खेत में,
उसके जागने से पहले जाग जाती हैं,
घर का चौका चूल्हा करती हैं,
जानवरों तक का ख्याल करती है।
जो सबका पेट भरता है,
उसके लिए बनाकर रोटियां,
लस्सी का डोना, ठंडे पानी का मटका उठा
फिर खेत के लिए निकलती हैं।
किसानी भी करवाती हैं,
किसान को खाना खिलाती हैं,
लौटते वक्त जानवरों के लिए चारा भी बांध लेती हैं,
घर लौटकर फिर से सारे काम दोहराती है!!
ये महिला किसान हैं,
ये किसानों का भी पेट भरती हैं।
हां!! महिलाएं भी किसान होती हैं।
