तार-तार हो रही है अपनेपन की चादर। तार-तार हो रही है अपनेपन की चादर।
सब धर्मो के सभी जाति के , भेदभाव को विसारकर। सब धर्मो के सभी जाति के , भेदभाव को विसारकर।
आई दिवाली दीप जला लो दूर करो अंधियारा। आई दिवाली दीप जला लो दूर करो अंधियारा।
भाईचारा यह शब्द ही कितना प्यारा है । भाईचारा यह शब्द ही कितना प्यारा है ।
रहो एक दूजे से मिलकर , भाईचारा प्रेम बढाकर। रहो एक दूजे से मिलकर , भाईचारा प्रेम बढाकर।
किसान जब जाता है खेत में, उसके जागने से पहले जाग जाती हैं, घर का चौका चूल्हा करती हैं किसान जब जाता है खेत में, उसके जागने से पहले जाग जाती हैं, घर का चौका चूल्...