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Nand Kumar

Inspirational

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Nand Kumar

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भाईचारा

भाईचारा

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सब धर्मो के सभी जाति के ,

भेदभाव को विसारकर।

रहो सभी मिलजुल कर प्यारे, 

अपनेपन को बढाकर ।।


एक हमारी भारत माता एक ,

ही हम सबका करतार ।

एक लहू का रंग तो फिर क्यों,

करते हो मानवता क्षार ।।


भारत माता के आंगन की है,

हम सब सुन्दर फुलवारी ।

भेद भुला कर भाईचारा तब,

महके हर क्यारी न्यारी ।।


छोटी छोटी बातो को हम, 

कभी न व्यर्थ बढाएं ।

सभी हमारे है अपने सबसे,

मिल प्यार मान पाएं ।।



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