महान
महान
खुशफहमी को जी लिया,
सब का लहू पी लिया।
लिख लिख कर, यूं कर दिया,
स्टोरीमिरर के प्रोफ़ाइल को, भर दिया।
अब न मैं रुक सकूँगा,
राइटर अब जाग गया।
सुनने वाला, पढ़ने वाला,
माना कि भाग गया।
खुद लिख, खुद लाईक करूँगा।
ग़लत को भी सही कहूँगा।
कलम ना स्याही लगती,
बस उंगलियाँ चलती ।
हर एक के सिरदर्द करूँगा।
हां मैं राइटर , महान बनूंगा।
