मेरी बेचैन बाहें।
मेरी बेचैन बाहें।
मेरी बेचैन बाहें तुम्हें बुलाया करती है,
मेरी हर साँस तुमको बुलाया करती है।
मेरी मोहब्बत पाक-साफ़ तुमसे हुई है,
तेरी मोहब्बत पाक-साफ़ लगती ना है।
मेरी बेचैन बाहें तुम्हारे लिए फड़के ही,
मेरी साँसे तुम्हारे प्यार से तो चलती ही।
मेरी हर सुबह मेरी हर रात तुमसे ही है,
मेरी ज़िन्दगी की सब ख़ुशियाँ तुमसे है।
गुलाब तुझे और तुम हमें जान से प्यारे,
गुलाब पे तुम दिल हारे तुम पे हम हारे।

