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Preeti Sharma "ASEEM"

Tragedy

4  

Preeti Sharma "ASEEM"

Tragedy

मेरा शहर

मेरा शहर

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मतलब की जमीन पर मरे हुए ज़मीरों को देखा है।

मैंने अपने शहर में मतलबी किरदारों को देखा है।


ईंटों के जंगल में जानवर बनते इंसानों को देखा है।

मैंने अपने मतलब के लिए काम आते इंसानों को देखा है।


मतलब की जमीन पर मरे हुए जमीरों को देखा है।

मैंने अपने शहर में मतलबी किरदारों को देखा है।


बहुत अमीर हैं मेरे शहर के लोग।

एक -एक पैसे के लिए लोगों को गिरते देखा है।


मतलब की जमीन पर मरे हुए जमीरों को देखा है।

मैंने अपने शहर में मतलबी किरदारों को देखा है।


यहाँ कोई किसी का नहीं, बस भीड़ है।

मैंने अपने शहर में इस भीड़ को एक -दूसरे को चीरते हुये देखा है।


चल छोड़ इस शहर को यह रहने के काबिल नहीं।

मैंने अपने शहर में आस्तीनों में पाले हुए सांपों के जहर को चढ़ते हुए देखा।


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