प्रातः काल भास्कर रश्मि कर गई रोशन जहां चिड़ियों की चहचहाहट,मधुर कर गई जहां, प्रातः काल भास्कर रश्मि कर गई रोशन जहां चिड़ियों की चहचहाहट,मधुर कर गई जहां,
बहुत अमीर हैं मेरे शहर के लोग। एक -एक पैसे के लिए लोगों को गिरते देखा है। बहुत अमीर हैं मेरे शहर के लोग। एक -एक पैसे के लिए लोगों को गिरते देखा है।