भावों का सुंदर सा भरा पिटारा, कैसे लिखोगे ? एहसास सारा। भावों का सुंदर सा भरा पिटारा, कैसे लिखोगे ? एहसास सारा।
झरने से गिरते जल जैसी, खल खल खल खलकारी है झरने से गिरते जल जैसी, खल खल खल खलकारी है
गागर में सागर गागर में सागर
छुपाकर रखी फूलों खुशबू उन्हें आँधियों से बचाना है। छुपाकर रखी फूलों खुशबू उन्हें आँधियों से बचाना है।
पतझड़ के दिन वसंत के साथ देखो लौट आये हैं। पतझड़ के दिन वसंत के साथ देखो लौट आये हैं।
सिर्फ अपने साथ सिर्फ़ अपने साथ कुछ पल बिताऊं, कुछ सोचूं! सिर्फ अपने साथ सिर्फ़ अपने साथ कुछ पल बिताऊं, कुछ सोचूं!