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Shailaja Bhattad

Abstract

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Shailaja Bhattad

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मेहनत

मेहनत

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मेहनत की मिसालें।

 किसानों और जवानों की।

देश की माटी कहती कहानी।

इनके बलिदानों की।


 उपजाऊ बनाए धरा गर बंजर है।

 किसानों ने दिखलाए सुखद मंजर है।


 किसान के सम्मान में 

 अन्न व्यर्थ न गँवाना।

तुममे भी एक किसान है।

यह कभी भूल मत जाना।


बच्चों को मिले वात्सल्य भरपूर।

 भगवान ने मां बनाई।

 जन-जन खाए भरपेट जरूर।

किसान से खेती करवाई।


अनाज का दाना-दाना 

बने मुंह का निवाला।

हर इंसान में

कृषि भावना जगाई।

भटक कर लेकिन इंसान

तूने दुर्गति पाई।

बना ली अपने आसपास

अनगिनत खाई।


बुनियाद हिले इतने तो कमजोर नहीं।

मेहनत के आगे किस्मत का कोई जोर नहीं।


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