Praveen Gola
Romance
आई माँ
दो शब्द
टूटे सपने बिख...
दिल की जेल
हर तरह
वो एहसास अपने...
अधूरे ही अच्छ...
जल ना मेरे सा...
बड़ी तकलीफ दे ...
बताता हूँ
अजब से ख्यालों में खोये हैं तेरे , ना चैन है और ना दिल को आराम। अजब से ख्यालों में खोये हैं तेरे , ना चैन है और ना दिल को आराम।
ज़िन्दगी का पर्याय बन चुके हों तुम! ज़िन्दगी का पर्याय बन चुके हों तुम!
हमेशा वक़्त की शिकायत मत करो सभी लम्हों को एक ही तराज़ू से न तोलो। हमेशा वक़्त की शिकायत मत करो सभी लम्हों को एक ही तराज़ू से न तोलो।
तुम प्रेम हो हाँ,तुम तो साक्षात् प्रेम हो। तुम प्रेम हो हाँ,तुम तो साक्षात् प्रेम हो।
तेरी अगन एक रोग है प्रीतम पर भय बिरह का मन भटकाए। तेरी अगन एक रोग है प्रीतम पर भय बिरह का मन भटकाए।
शब्दों के ताने-बाने हर बात कहां कह पाते हैं? शब्दों के ताने-बाने हर बात कहां कह पाते हैं?
जब तुम साथ होते हो मेरे तो मैं और अकेली हो जाती हूँ। जब तुम साथ होते हो मेरे तो मैं और अकेली हो जाती हूँ।
दिल की कलम से इश्क रोशनी पर लिख दिया। दिल की कलम से इश्क रोशनी पर लिख दिया।
देख दशा देश की मन बहुत व्यथित है आज मंदिर मस्जिद के नाम पर क्यों लड़ रहा इंसान। देख दशा देश की मन बहुत व्यथित है आज मंदिर मस्जिद के नाम पर क्यों लड़ रहा इंस...
ये नीम सर्दी की बेहद सर्द और लंबी लंबी रातें , मुझसे करती रहती हैं हर रात यही शिकायतें। ये नीम सर्दी की बेहद सर्द और लंबी लंबी रातें , मुझसे करती रहती हैं हर रात यही...
कैसा होता है जब सोचा हुआ हो ना पाए! कैसा होता है जब सोचा हुआ हो ना पाए!
कैसे जीता हूँ तेरे दिये दर्द को तुम क्या जानो बिन तेरे कितनी नश्तर राते, तुम क्या जानो। कैसे जीता हूँ तेरे दिये दर्द को तुम क्या जानो बिन तेरे कितनी नश्तर राते, तुम ...
मुट्ठी भर चाहत लेकर हम तेरे संग सपनो की दुनिया सजा लेते हैं। मुट्ठी भर चाहत लेकर हम तेरे संग सपनो की दुनिया सजा लेते हैं।
ख़ुदा जो तेरी तक़दीर में करे हेर-फेर तो ख़ुदा से भी झगड़ जाऊं मैं, ख़ुदा जो तेरी तक़दीर में करे हेर-फेर तो ख़ुदा से भी झगड़ जाऊं मैं,
लिख रही हूँ एक कहानी मैं, क्या तुम उसका किरदार बनोगे। लिख रही हूँ एक कहानी मैं, क्या तुम उसका किरदार बनोगे।
सच खुद के होने के एहसास को जीने लगता हूं मैं। सच खुद के होने के एहसास को जीने लगता हूं मैं।
मेरी बनायी एक प्याली चाय, तेरी दिन भर की सारी थकान मिटा जाए मेरी बनायी एक प्याली चाय, तेरी दिन भर की सारी थकान मिटा जाए
छोटी छोटी बातों में मुझे पड़ना नही आता , तू ये न समझ कि मुझे लड़ना नही आता ! छोटी छोटी बातों में मुझे पड़ना नही आता , तू ये न समझ कि मुझे लड़ना नही आता !
तुम मुझमें यूं शामिल हों, मन में विचरते विचारों सी। तुम मुझमें यूं शामिल हों, मन में विचरते विचारों सी।
तुम यूं बेखबर मुस्कुराया ना करो, सितम हम पर यूं ढाया ना करो। तुम यूं बेखबर मुस्कुराया ना करो, सितम हम पर यूं ढाया ना करो।