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Chandan Kumar

Romance

4  

Chandan Kumar

Romance

मैं एक भूल करता हूं

मैं एक भूल करता हूं

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तेरे दिल की कुंडी

मैं रोज़ बजाता हूं

मुझे नहीं मालुम

मैं तेरे सपने में आता हूं !


तेरे दिल के आईने में

मैं ख़ुद झांक लेता हूं

तू हां कर या ना कर

तेरे सपने मैं सजाता हूं !


झूठ की बत्ती गुल करता हूं,

और मैं एक भूल करता हूं,

तुझे भलीभांति मैं जानता हूं,

ख़ुद को कहां तन्हा मानता हूं !


तेरे दिल की कुंडी

मैं रोज़ बजाता हूं,

मुझे नहीं मालुम

मैं तुमसे प्यार करता हूं !



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