मासूम
मासूम
तीरों तलवार है, न कोई हथियार है,
कत्ल किया हमें बस एक तिरछी चितवन से,
कातिल मुस्कान से...
कितनी मासूम है वो...
वो कत्ल करके भी मासूम कहलाते हैं,
एक हम हैं जो जिक्र करके ही फंस जाते हैं।
तीरों तलवार है, न कोई हथियार है,
कत्ल किया हमें बस एक तिरछी चितवन से,
कातिल मुस्कान से...
कितनी मासूम है वो...
वो कत्ल करके भी मासूम कहलाते हैं,
एक हम हैं जो जिक्र करके ही फंस जाते हैं।