ना दोहे, ना शेर, ना शायरी पसंद है, कवि हूँ, बस कविता पसंद है ।
अमित को अपने हाथ मे कुछ महसूस होता हैं । वो उसको देखता नहीं हैं और मुट्ठी बन्द कर लेता है। अमित को अपने हाथ मे कुछ महसूस होता हैं । वो उसको देखता नहीं हैं और मुट्ठी बन्द क...
रघुकुल का दिया गया वचन निभाने के लिए शांता अंगदेश की राजकुमारी बन गईं। रघुकुल का दिया गया वचन निभाने के लिए शांता अंगदेश की राजकुमारी बन गईं।
वो व्यक्ति बोला कि महाराज आप व्यासपीठ पर हो और मेरे चरण पकड़ रहे हो वो व्यक्ति बोला कि महाराज आप व्यासपीठ पर हो और मेरे चरण पकड़ रहे हो
वो वहीं रुक गई और हम वहाँ से सही सलामत वापस अपने घर पहुंच गए। वो वहीं रुक गई और हम वहाँ से सही सलामत वापस अपने घर पहुंच गए।
इस तरह मेरी जान भी बची और शहर भी श्राप मुक्त हो गया। इस तरह मेरी जान भी बची और शहर भी श्राप मुक्त हो गया।
आख़िर जिम्मेदार कौन ? शहर या सरकार या फिर हम ? आख़िर जिम्मेदार कौन ? शहर या सरकार या फिर हम ?