मजबूर
मजबूर
ज़िन्दगी इस कदर
मजबूर कर देगी
कभी सोचा न था
हर कदम पर
तन्हाई ही देगी
कभी सोचा न था
रुसवाई के हर पल को
हँस हँस के सहेंगे
कभी सोचा न था
जुदाई के एहसास को
खुशियों से भरेंगे
कभी सोचा न था
ज़िन्दगी इस कदर
मजबूर कर देगी
कभी सोचा न था!
ज़िन्दगी इस कदर
मजबूर कर देगी
कभी सोचा न था
हर कदम पर
तन्हाई ही देगी
कभी सोचा न था
रुसवाई के हर पल को
हँस हँस के सहेंगे
कभी सोचा न था
जुदाई के एहसास को
खुशियों से भरेंगे
कभी सोचा न था
ज़िन्दगी इस कदर
मजबूर कर देगी
कभी सोचा न था!