माँ
माँ
खुश नसीब है वह
जिनके पास माँ है
होती नहीं जिनके पास
उनसे पूछो
आखिर माँ है क्या ?
कहते हैं खुदा
हर जगह मौजूद हो नहीं सकता
पृथ्वी के हर शख्स को
अपना वक्त दे नहीं सकता।
ईश्वर का एक ऐसा हसीन
कीमती तोह्फा है माँ
जिसे खुदा भी खुद
महसूस कर नहीं सकता।
तरसता है रब भी
उस प्यार के लिए
इतना अलौकिक
एहसास है माँ।
खुशनसीब है वह
जिनके पास माँ है
होती नहीं जिनके
पास उनसे पूछो
आखिर माँ है क्या ?
आखिर माँ है क्या ?
