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Harish Sharma

Abstract

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Harish Sharma

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माँ तुम्हारे आँचल में

माँ तुम्हारे आँचल में

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माँ तुम्हारे आँचल में मिल जाता है सारा संसार

प्यार तुम्हारा पाकर ज्यों मिट जाते सारे विकार।


बचपन से शिक्षा तुम्हारी यही सिखाती आई है

सबका तुम करो सम्मान यही बस नेक कमाई है।


मेहनत से न मुंह मोड़ना पा लोगे तुम सुख अपार

माँ तुम्हारे आँचल में मिल जाता है सारा संसार।


सच्चा धर्म क्या होता है,तुमने यह हमें बतलाया

देश के जन को बंधु मानो यही एक अर्थ सिखाया।


समय विपत्ति का जब आये,सबके साथ करो विचार

माँ तुम्हारे आँचल में मिल जाता है सारा संसार।


आगे बढ़ो कर निशचय दृढ़ कभी निराश नही होना

आस पास की मोह माया में लक्ष्य कभी तुम न खोना।


पा जाओगे फिर जो चाहोगे करके ऐसा सद्व्यवहार

माँ तुम्हारे आँचल में मिल जाता है सारा संसार।


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