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Anita Sharma

Classics Inspirational Children

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Anita Sharma

Classics Inspirational Children

माँ मेरी ताकत

माँ मेरी ताकत

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माँ एक अद्भुत ताकत

जिसमें असीमित सहनशक्ति


जिसे महसूस किया मैंने

जबसे जुडी में आपकी गर्भनाल से

जहाँ पुष्ट हुई मेरी ये निर्जीव देह


शुक्रगुज़ार हूँ उस हरेक माँ की

जिसके आगे नतमस्तक हर मुश्किल है


वो प्यार हिम्मत और देखभाल

दुर्लभ ही है किसी और से पाना


गर्व है हर उस माँ पर

जिसने सीखा नहीं कभी हारना


कौन भूल सकता है एक माँ का प्यार


मां आपको तहे दिल से धन्यवाद

मेरे सच्ची पथप्रदर्शक होने के लिए


मुझे गर्व है आप पर क्योंकि,

था जब समय कठिन तो भी 

आपने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी 


आपने हर बाधा को पार किया

मेरे भविष्य को सुरक्षित किया


मुझे सही गलत का अर्थ दिया

किये बलिदान और अपना हर दर्द सिया


आपने हमेशा मुझे दिखाया है

कि आप मेरे जीवन में प्रत्यक्ष

एक प्रकाश पुंज हैं जिसके

सुरक्षाकवच में मैं रक्षित हूँ


क्या शब्दों में बयाँ मैं कर सकूँ

वो धैर्य और क्षमाशीलता आपकी


वो निस्वार्थ भाव से त्याग और समर्पण

था सर्वस्व आपका हमारे लिए ही अर्पण


मैं आज यहां कभी नहीं होती

आपके परम बलिदान के बिना


मैं भी कैसे नए सपने संजोती

आपकी ममतामयी छाया के बिना


मुझे जिस सहारे की जरूरत थी

उसके बिना,मैं कभी सफल नहीं होती


कब आपके विश्वास के बिना

मैं भी इन ऊंचाईयों को छूती


तो धन्य है माँ आप कि आपने

मुझे काबिल और लायक बनाया


हर संताप और मुश्किलों में भी

जीवन जीने का सबक पढ़ाया


खुशनसीब समझूँगी मैं भी खुद को

कि लौटा सकूँ एक पल भी सुकून


वो सुरक्षा और विश्वास की राहत

जो हर क्षण आपसे पायी मैंने


धन्य मानूँगी गर बन पाऊँ माँ

आपके लड़खड़ाते क़दमों की ताकत।


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