STORYMIRROR

Brijlala Rohanअन्वेषी

Action Inspirational Others

3  

Brijlala Rohanअन्वेषी

Action Inspirational Others

मां को खुशी के पल बिताते देखा

मां को खुशी के पल बिताते देखा

1 min
199

आज मैंने अपनी 'मां' को मुस्कुराते देखा,

खुशी के पल बिताते देखा,

जीवन की भागदौड़ से इतर

उन्हें आज उनको पाते देखा!

हाँ ! मैंने आज अपनी माँ को खुशी के कुछ पल बिताते देखा।


जब से पिताजी छोड़कर गये उन्हें,

कितनी अकेली- अकेली- सी रहती हैं वो ,

पिताजी का वियोग हरदम सहती हैं वो!

पर हर पल उनको हममें ही दुनिया अपनी बसाते देखा,

माँ- पिता एक ही व्यक्तित्व में हरदम मैंने पाते देखा।


हाँ! मैंने आज अपनी माँ को मुस्कुराते देखा ।

 अपनी माँ को आज खुशी के कुछ पल बिताते देखा ।। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action