मां बाप से करना प्यार
मां बाप से करना प्यार
चाहे हर रोज़ मंदिर न जाना,
चाहे मन में रखना न भक्ति भाव।
पर अपने मां बाप के त्यागाें को तुम,
हर रोज़ ही करना अपने दिल में याद।
चाहे भजन और कीर्तन भी न करना,
चाहे न जाना सत्संग के ही तुम द्वार।
पर अपने मां बाप से करना हमेशा,
तुम बेहद बेहद ही बेइंतिहा प्यार।
चाहे भगवान को खुश मत करना,
न चढ़ाना उसपर फूल और हार।
पर अपने मां बाप को भूले से भी,
न करना तुम कभी भी नाराज़।
चाहे न देना उनको तुम कोई उपहार,
चाहे न देना उनको रूपये तुम हज़ार।
बस करना तुम उन पर इतना उपकार,
दे देना उनको अपने थोड़े अधिकार।
करना तुम उनका सदा ही सम्मान,
करना उनके पूरे सारे ही अरमान।
करना न उनको कभी तुम नाराज़,
देकर उनको कुछ पलों का साथ।
