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Jai Singh

Romance Inspirational

4.8  

Jai Singh

Romance Inspirational

"मां अमूल्य उपहार "

"मां अमूल्य उपहार "

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मां अमूल्य उपहार तुम, सबका हो  आधार।

तुम बिन सब कुछ शून्य है, पूरा यह  संसार।


पूरा  यह  संसार , काम  रहे  सब  अधूरा।

जीव जगत  सब जन्म, तुम्ही से होता पूरा।


कह 'जय'हर रूप में, मूल सभी की तुम अम्मा।

ममता की  तुम  खान, प्यार दुलार तुम्हीं मां।


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