"मां अमूल्य उपहार "
"मां अमूल्य उपहार "
मां अमूल्य उपहार तुम, सबका हो आधार।
तुम बिन सब कुछ शून्य है, पूरा यह संसार।
पूरा यह संसार , काम रहे सब अधूरा।
जीव जगत सब जन्म, तुम्ही से होता पूरा।
कह 'जय'हर रूप में, मूल सभी की तुम अम्मा।
ममता की तुम खान, प्यार दुलार तुम्हीं मां।