लता अज़र अमर है/डॉ लाल थदानी
लता अज़र अमर है/डॉ लाल थदानी
ये ये कैसा मौसम ले आया तू बसंत
हमारी कोकिल कंठ लीन हुई अनंत
सबके सांसों की सांस में रची बसी सब कहन
लता मंगेशकर का हुआ दुखद निधन
दादा फालके से पुरुस्कृत है भारत रत्न
राष्ट्रीय सम्मान से गौरवान्वित हमारी लता बहिन
आंखों में हैं आसूं गीत लता के लबों पर
अज़र अमर है स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर
जिसके गीतों से जग सारा रहेगा सदा रोशन
सजदे लता के नाम से हमारा अहले वतन
ये सारा वतन करे अर्पित श्रद्धा सुमन
ज़िंदा हैं हम तुझसे "लता" शत शत नमन।