लिखावट
लिखावट
लिखावट
अक्सर इंसान के अहसास शब्दों में तब्दील हो जाते हैं,
ना जाने कैसी कैसी बातें लिखावट में विलीन हो जाती हैं |
शब्दों के झरोखे से हर ख्वाब बयान होते हैं,
कलम से लिखे गए हर जज्बात नये होते हैं |
वेसे तो कहने के लिये ख़ामोशी भी बहुत कुछ कह जाती है,
पर फिर भी कागज़ पे उतरे हुए ख्वाब की बात ही कुछ और होती है |
नए ज़माने के तोह्फे मन को आलोकित कर जाते हैं,
पर आज भी लिखावट में बसे अहसास दिल खुश कर जाते हैं |
बदलते वक़्त के साथ शब्दों का भाव जरूर बदला है,
पर फिर भी रूह में बसने वाली लिखावट ने अहसास बयान करना नहीं छोड़ा है |