एक तलाश हमे भी है
एक तलाश हमे भी है
एक ख्वाब ऐसा जिसकी तलाश हमे भी है,
ना जाने क्यू पर किसी को पाने की आस हमे भी है।
कोई तो हो ऐसा जिसे हम दिलसे अपना कह पाए,
मतलब से भरी इस दुनिया में किसी पे तो भरोसा कर जाये।
जहा शब्दों के भाव को कोई समाज नहीं पा रहा है,
वहा कोई तो हो ऐसा जहा ख़ामोशी को मंजिल मिल जाये।
हर पल जहा दिल को चोट पोहचाने की साजिशे होती है,
महफ़िल में कोई तो हो ऐसा जो हर जख्मों पर मरहम लगा जाये।
मुश्किलों में जब सब साथ छोड़ जाते है,
काश कोई तो हो ऐसा जो उस अँधेरे में हाथ थामके साथ दे जाये।
बेवफाई की शिकायत जब पूरी दुनिया में गूंजती है,
काश तब रूह में बस जाये ऐसा प्यार मिल जाये।
हसी का दिखावा करते करते थक चुके है,
कोई तो हो ऐसा जिसे गले लगाकर जी भरके रो लिया जाये।
तन्हाई के डर से जहा हर रात काँप उठती है, काश वहा कोई तो हो,
अपना जो साथ देकर इन आँखों में एक मीठी सी नींद ले आये।
एक ख्वाइश ऐसी जिसमे मेरी हर तलाश को पनाह मिल जाये,
कोई तो हो ऐसा जो हमेशा के लिए सिर्फ और सिर्फ मेरा हो जाये।