STORYMIRROR

Shivani Shah

Others

3  

Shivani Shah

Others

तेरी आस

तेरी आस

1 min
14.4K


"सिर्फ अपने सपने पूरे करने

के लिए तेरा साथ ना चाहु,

तेरे सपनों की जो आस कहलाए,

ऐसा प्यार में बन जाऊ।


मीठी सी खुशबू की तरह

तेरी ज़िंदगी में घुलना चाहुं,

तेरी हर ख़ुशी के लिए अपनी आँखों में

आँसू को भी जगह दे जाऊ।


मेरे लिए तू अपनी ख़ुशी की वजह बदले

ऐसी खुदगर्ज़ ना बनना चाहु,

बल्कि तेरी हर ख़ुशी को उसकी मंज़िल मिले

वो वजह में बन जाऊ।


ज़िंदगी की हर मुश्किल में

तेरा साथ में बनना चाहु,

तेरे हाथो की लकीरों में

अपना चेहरा में बसा जाऊं। "


Rate this content
Log in