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Awadhesh Uttrakhandi

Romance

3  

Awadhesh Uttrakhandi

Romance

लग जा गले

लग जा गले

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लग जा गले मे्रे हमदम फिर ये बहार रहे न रहें,

हम सँग है तो खुशियाँ भी हैं.

फिर वो बहार रहे न रहें, जीवन की डोर बड़ी नाजुक,

छूट जाये फिर रहें न रहें!

अपनी भी हसरत है यही कुछ पल जिए सँग तेरे,

लग जा गले मे्रे हमदम फिर ये बहार रहें न रहें,

फूलों से महका रहें जीवन तेरा फिर ये बाजार सजे न सजे।


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