लड़ाकू पत्नी से आजिज पति।
लड़ाकू पत्नी से आजिज पति।


रेडियो पर प्रसारित हो रहा था,
एक बहुत ही पुराना पर हिट गाना।
अपनी सांसों में तुझ को बसाकर,
यादों को तेरी दुल्हन बनाकर।
रखूंगा दिल के पास ना हो मेरी जान उदास,
ये गाना सुनने के बाद पति
अपनी पत्नी से जो हमेशा घर में क्लेश करती
और तभी ताजा ताजा लड़कर बैठी,
कहता है कि तुझ को झाड़ू और
पोछे से सजाकर।
मिट्टी से मांग सजा कर और
डस्टबिन में बैठाकर रखूंगा नाली के पास,
जो तुमने की अब मुझसे कभी
आज के बाद लड़ाई या बकवास।