एक बार जो इस दरबार में आ गया, भूल कभी ना पाता है। एक बार जो इस दरबार में आ गया, भूल कभी ना पाता है।
तो न्यूज में सच न्युज का करता क्यों है बात। तो न्यूज में सच न्युज का करता क्यों है बात।
सिर पर कर्ज हो जाय इतना व्यय मत करो। सिर पर कर्ज हो जाय इतना व्यय मत करो।
क्योंकि प्रकृति की समस्याओं की कुंजी उदासी है! क्योंकि प्रकृति की समस्याओं की कुंजी उदासी है!
शांत चित्त बनो, उन्मुक्त रहो, तोड़ो रंजिशों के विषैले बाण शांत चित्त बनो, उन्मुक्त रहो, तोड़ो रंजिशों के विषैले बाण
हरता सारे पाप जो, मिटा हृदय का क्लेश हरता सारे पाप जो, मिटा हृदय का क्लेश