STORYMIRROR

Nandita Majee Sharma

Abstract Inspirational

3  

Nandita Majee Sharma

Abstract Inspirational

युद्ध नहीं अमन चुनो

युद्ध नहीं अमन चुनो

1 min
185

नीर क्षीर विवेकी हंस,

देता सदा शांति संदेश,

वार्ता से निकालो हल,

छोड़ो द्वेष, दंभ, रंज क्लेश....

 

निर्जीव देह, रक्तरंजित त्राण

युद्ध तो केवल हरते प्राण,

शांत चित्त बनो, उन्मुक्त रहो,

तोड़ो रंजिशों के विषैले बाण....


कहता धवल यह हंस सुनो,

वार्ता कर नवल संबंध बुनो,

अहिंसा धर्म ही सर्वोपरि,

युद्ध नहीं अमन चुनो.…...



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract