उपवन की सुन्दरता बढ़ती जब खिले हो चंपा के फूल उपवन की सुन्दरता बढ़ती जब खिले हो चंपा के फूल
बेरंग होती धरती बेनूर प्रकृति के रंग बेरंग होती धरती बेनूर प्रकृति के रंग
उदासी चहक रही है गुलाबी दुपट्टे में अविश्वस कबीर गा रहा है नफरत ने प्यार का..... उदासी चहक रही है गुलाबी दुपट्टे में अविश्वस कबीर गा रहा है नफरत ने प्या...
युग जीता है अब युग को जीतो वक्त संग चलने की तैयारी हो अब नर्म गाद का सुख छोडो दिन-भर लक्ष्य... युग जीता है अब युग को जीतो वक्त संग चलने की तैयारी हो अब नर्म गाद का सुख छ...
शांत चित्त बनो, उन्मुक्त रहो, तोड़ो रंजिशों के विषैले बाण शांत चित्त बनो, उन्मुक्त रहो, तोड़ो रंजिशों के विषैले बाण
वो ही नभ में नीली चादर, वो ही सरिता की छल-छल । वो ही नभ में नीली चादर, वो ही सरिता की छल-छल ।