क्यों एक तरफ़ा प्यार कराते हैं
क्यों एक तरफ़ा प्यार कराते हैं
भगवान प्यार क्यु कराते हैंं
जब दिल तोड़ना ही था
भगवान एक दिल क्यों देते हैं
जिससे मैंने प्यार किया
उसने किसी और को चाहा
फिर भी मेरा दिल उसके के लिए धड़कता है
जब कि मुझे मालुम हैं वोह मेरा नही हो सकता
क्यु भगवान ऐसा करते हैं
मेरी आंखें उसे ढूंढ़ती हैं
मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती हैं
जब कोई नाम उसका लेता हैं
पर दूसरे पल ही मुस्कुराहट चली जाती हैं
जब याद आता है वोह तो
मेरा कभी नही हो सकता
एक तरफ़ा प्यार बहुत दर्द देता है
हम उसके लिए रोते हैं
हम उसके लिए तड़पते हैं
मगर उसे कोई फर्क नही पड़ता
वो वहां किसी और के साथ ख़ुश हैं
उसे कोइ कोई फर्क नही पड़ता हमारे दर्द का
उसे कोइ कोई फर्क नही पड़ता हमारे तक़लीफ़ का
भगवान क्यों प्यार कराते हैं जब मालुम है
वो हमारे लिए नही बना
क्यों इतना दर्द देते हैं
क्यों एक तरफ़ा प्यार कराते हैंं
जब दिल तोड़ना ही था।