कदर करो माँ की
कदर करो माँ की
किस तरह वो मेरे गुनना दो देती है पता ही नही चलता
गुस्सा होने पर मार देती है जब गुस्सा शांत हो जाता है
वही मलम लगाती है बस हमारा अच्छा चाहती है
हमे जिंदगी में आगे बढ़ते देखना चाहती है
हमे दुनिया से बचाना चाहती है
दुनिया में कितनी भी बुलन्दी पर पहुंच जाओ
मगर उसकी गोद में सर रख लो तो जन्नत मिल जाती है
किसी को घर चाहिए तो किसी को पैसा
मगर उसे तो बस अपने बच्चे की खुशी चाहिए
उसके नाम है अनेक मगर सबका मतलब होता है
माँ जो होता है सबसे प्यारा रिश्ता
भगवान इस धरती पर हर समय नही रहते तो
हमारे हर जरूरत को पूरी करने के लिए उन्होने माँ को बनाया है
जो हमे हमारे दुःख में सुख में सब में साथ देती है
हम कितना भी दुत्कारे या बुरा व्यवहार करे
मगर वो हमारा साथ नही छोड़ती है
सबसे पवित्र रिश्ता होता है माँ का कदर करो माँ की।