STORYMIRROR

Meenaz Vasaya. "મૌસમી"

Fantasy

4  

Meenaz Vasaya. "મૌસમી"

Fantasy

"क्या मांगे?"

"क्या मांगे?"

1 min
305

तेरी यादों ने दे दिया हमें आंसू का तोहफा,

अब हम सागर से क्या मांगे?


तेरी नज़रों ने दे दी हमें फूलों कि महक,

अब हम चमन से क्या मांगे?


तेरे प्यार ने दे दी हमें सारे जहां की रोशनी,

अब हम सूरज से क्या मांगे?


तेरी वफा ने दे दी हमें पूरे कायनात की खुशी,

अब हम रब से क्या मांगे?


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Fantasy