क्या लड़की होना अभिशाप है ?
क्या लड़की होना अभिशाप है ?
बेहद खूबसूरती से सजाया करती है
ख़्वाब वो अपने सपनों को पूरा करने का
हर शख़्स कहीं तोड़ देता है सपने उसके
ये कह करके कि
तुम लड़की हो कभी सोचना मत उड़ने का
हर ख़्वाब उसके राख़ कर दिए जाते है
जज़्बात से उनके हर बार खेले जाते है
कुछ कह नहीं पाती वो जिम्मेदारियों के बोझ तले
हर बार स्त्री और समाज की रेखा दिखा
रोक देते है कदमों को आगे बढ़ने से
क्या समाज कभी अपनी सोच बदल पाएगा?
या हर लड़की की सोच में ये बात ही रह जाएगी कि
.........क्या लड़की होना अभिशाप है ?
