STORYMIRROR

Kawaljeet GILL

Drama

3  

Kawaljeet GILL

Drama

क्या क्या खेल

क्या क्या खेल

1 min
477

जिंदगी क्या क्या खेल खिलायेगी

ये कोई नहीं जान पाया आज तक,

रोते हुए आते हैं सब और

सब को रुला कर विदा हो जाएंगे....


जिंदगी में मुश्किलों से डरकर

जीना तो नहीं छोड़ सकते,

आंसुओं से डर कर

मुस्कुराना तो छोड़ नहीं सकते,


जिंदगी जो सबक सिखाती है

जी लगा कर सीख लो बस,

जिंदगी जी लो खुशी मिले या गम..


तुझे भूल पाना आसान नहीं है मगर,

तुझे भूलने की कोशिश

कई बार हमने जरूर की,


तुझसे झूठ बोलते रहे

हम की तुझे नहीं चाहते

पर सच तो ये है कि

तू ही मेरा प्यार है..।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama