कविता
कविता
भाषा के भडभुंजे
भाड़ पर बैठे
विशेषज्ञ सा आत्मविश्वास लिए
भूंज रहे हैं
हल्दी नमक में भूंज रहे हैं.
सड़क पर चलते हुए फांकते हैं
चस्का ले लेकर,
ढोल पीट पीट कर,
कहते हैं- कविता क्या है?
रचनात्मक भाषा
भाषा की सृजनात्मकता
नया भाषा विन्यास
नये भाषिक प्रयोग
पुराने शब्दों/ मिथिकों में नये अर्थ
अर्थ के अनर्थ,
मेरा सांस्कृतिक स्तर बहुत नीचे है
बिल्कुल तलहटी में
मेरे लिए
कविता भाषा कि भव्यता के बिना क्या है ?