कविता : मीठी बोली हिंदी म्हारी
कविता : मीठी बोली हिंदी म्हारी
सबसे प्यारी सबसे न्यारी।
मीठी बोली हिंदी म्हारी।।
बोल चाल की हिंदी भाषा,
प्रेमभाव की यह परिभाषा,
अभिलाषा रखते नरनारी।
मीठी बोली हिंदी म्हारी।।
भारत के माथे की बिंदी,
बने हमारी भाषा हिंदी,
जिन्दी रहे इसकी खुमारी।
मीठी बोली हिंदी म्हारी।।
कोटि कोटि कंठों पर साजे,
जग में इसका डंका बाजे,
परवाज़े हिंदी की भारी।
मीठी बोली हिंदी म्हारी।।
भारत में भाषाएं अनेक,
हिंदी राजभाषा है एक,
नेक बने ये राजदुलारी।
मीठी बोली हिंदी म्हारी।।