कुदरत की अदा
कुदरत की अदा


क्या खोया क्या पाया
हिसाब किसने लिखा है
तेरे मन में है क्या
ये किसको पता है
कुछ खो गया तो
घबराना क्या
ठीक वहीँ मिलेगा
जो जहाँ रखा है
कुछ बुरा भी हुआ
तो किसकी खता है
तुझको लौटा दे जो
तूने दिया
ये कुदरत की अदा है
क्या खोया क्या पाया
हिसाब किसने लिखा है
तेरे मन में है क्या
ये किसको पता है
कुछ खो गया तो
घबराना क्या
ठीक वहीँ मिलेगा
जो जहाँ रखा है
कुछ बुरा भी हुआ
तो किसकी खता है
तुझको लौटा दे जो
तूने दिया
ये कुदरत की अदा है