माँ का जन्मदिन
माँ का जन्मदिन
माँ के जन्मदिन पर
माँ के लिए कुछ करते हैं
बच्चों से बहुत प्यार था उन्हें,
अनाथाश्रम में बच्चों से मिलते हैं
माँ के जन्मदिन पर
माँ के लिए कुछ करते हैं
पर अनाथाश्रम के लोग बड़े रूखे थे
बिना मुस्कुराये जवाब देते थे
कितने बच्चे हैं आपके पास
जवाब मिला, १४
तो १४ हैप्पी मील लेकर चलते हैं
माँ के जन्मदिन पर
माँ के लिए कुछ करते हैं
जब बच्चों को देखा तो होश उड़ गए,
ये तो बहुत छोटे थे
गिना तो खाने लायक तो बस आठ थे
बाकी तो अपनी ज़रूरतें रो कर ही
बताते थे
कुछ बच्चों की ज़रूरतें भी अलग थीं
अब समझ आया वहाँ के लोगों की
आदतें क्यों रूखी लगी थीं
बच्चे तो फिर भी खुश थे
मुस्कुराते हुए खा रहे थे
उनकी ख़ुशी में हमें क्या रोने का हक़
हमने भी आँखें पोछ लीं
माँ के लिए कुछ करने के ख्याल ने
आँखें खोल दी
हम बच्चों को खुश करने चले थे
उन्होंने हमें खुश रहने की
कला सीखा दी